बेवफाई का दर्द तडपाये, बिते लम्हों की याद कयों आयें
तुने मेरे दिल को तोडा, तन्हा तन्हा मुझको छोडा
क्यों किया ऐसा सितम.....
हमने तुमने से, तुमने हमारा रिश्ता जोडा गम से
इक वफा के सिवा कौन सी खता हुई थी हमसे
उमरभर सो ना सकेंगे, किसी के हो ना सकेंगे
अजनबी तुम हो जाओ, गैर हम हो ना सकेंगे
किसी बेगाने की खातीर, तुमने अपनों को भूला दिया
तेरे वादे वो इरादे औ साथी रे
सब कुछ भूला दिया ये कैसा सिला दिया
कभी बंधन जुडा लिया, कभी दामन छुडा लिया
ओ साथी रे कैसा सिला दिया ये वफा का सिला दिया
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1 comment:
acha sila dia tune mere pyar ka, pyar ne hi loot liya dil yar ka.... :)
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