Monday, September 3, 2007

मां

हे मां, तुझे प्रणाम
शत-शत नमन
तू है मेरी जननी, है
इस जग की जननी
तेरे चरणों में है मेरा संसार
तुझ पर है सारा जग निसार
हे मां तुझे प्रणाम.........
तेरी वाणी में है वास
सरस्वती का
तेरे चरणों में है आशीष
संतों का
तू है तो अस्तित्व है मेरा
मेरा सर्वस्व है तेरा
तेरे आंचल में मिले
गजब का सुकून है
हे मां तुझे प्रणाम

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